अध्याय 140 एक सनसनी जैसी पहले कभी नहीं थी

लैला के कान उसकी सबसे संवेदनशील जगह थे—सैमुअल को बस उसके पास आना होता या उसके कानों पर सांस लेनी होती, और वह पूरी तरह से कांपने और झनझनाने लगती जैसे कि बिजली की लहर दौड़ गई हो। अब जब वह सीधे उसे चूम रहा था, तो वह पानी की तरह पिघल गई, पूरी तरह से रक्षाहीन।

उसने अपनी गर्दन सिकुड़ाई, जैसे कि वह अपने प...

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